AI News: पढ़े-लिखे लोग भी हो सकते हैं बेरोजगार! 2 साल में कहर बरपाएगा एआई, गूगल के पूर्व कर्मचारी ने किया अलर्ट

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AI News: गूगल के पूर्व कर्मचारी ने अपने पॉडकास्ट में एक भविष्यवाणी की है. उनका कहना है कि 2 साल मेें यानी 2027 तक एआई दुनियाभर में कहर बरपा देगा. इससे जॉब वर्ल्ड को काफी नुकसान होगा.

नई दिल्ली (AI News). टीसीएस, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, एमेजॉन आदि को दुनिया की टॉप कंपनियों की लिस्ट में शामिल किया जाता है. हाल ही में इन सभी कंपनियों में बड़े पैमाने पर छंटनी हुई. किसी ने 12 हजार तो किसी ने 15 हजार कर्मचारियों को एक झटके में बेरोजगार कर दिया. ज्यादातर लेऑफ का कारण एआई की बढ़त बताया जा रहा है. जो काम इंसान 6 घंटे में करते हैं, वही काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से कम समय में करवाया जा सकता है. गूगल के पूर्व कर्मचारी Mo Gawdat ने एआई से अलर्ट रहने की सलाह दी है.

माइक्रोसॉफ्ट की एक रिसर्च के अनुसार, अगले 5 सालों में सभी सेक्टर्स से 80% नौकरियां खत्म हो जाएंगी. इन नौकरियों में एआई ह्यूमन इंटेलिजेंस और मैनपावर की जगह ले लेगा. अब गूगल के पूर्व कर्मचारी Mo Gawdat ने अपने पॉडकास्ट ‘Diary of a CEO’ में इससे भी भयानक भविष्यवाणी की है. उनका दावा है कि अगले 2 साल यानी 2027 तक का समय बहुत चैलेंजिंग है. एआई की वजह से बड़ा बदलाव होगा और मिडिल क्लास खत्म होने की कगार पर पहुंच जाएगा.


वर्ल्ड ऑर्डर में आएगा बड़ा बदलाव
गूगल के पूर्व कर्मचारी Mo Gawdat इससे पहले भी कई बातें बता चुके हैं. एक बार उन्होंने इसी पॉडकास्ट में शादीशुदा युवाओं को खास सलाह दी थी. उन्होंने कहा था कि एआई बहुत नौकरियां खाने वाला है. अगर आपने बेबी प्लानिंग नहीं की है तो कुछ समय रुक जाना ही बेहतर होगा. अब Mo Gawdat का कहना है कि 2027 तक बहुत पढ़े-लिखे लोग भी बेरोजगार हो सकते हैं. इससे दुनियाभर में क्लास का नया ऑर्डर तैयार होने की आशंका है. इससे मौजूदा दौर का मिडिल क्लास काफी प्रभावित होगा.

Mo Gawdat गूगल के चीफ बिजनेस ऑफिसर रह चुके हैं. उनका कहना है कि एआई पावर्ड ऑटोमेशन की वजह से कई प्रोफेशनल रोल्स खत्म हो जाएंगे, जैसे कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर, चीफ एग्जीक्यूटिव और पॉडकास्टर आदि. उन्होंने 2027 के शुरुआती दौर को ‘स्वर्ग से पहले का नर्क’ (hell before we get to heaven) बताया है. Mo Gawdat एआई इनेबल्ड रिलेशनशिप स्टार्ट-अप Emma.love चला रहे हैं. उनकी कंपनी में मात्र 3 कर्मचारी हैं. ऐसे सेटअप के लिए पहले जहां कम से कम 350 लोगों की जरूरत थी, अब वही काम 3 लोग कर रहे हैं.

2040 तक होगा बहुत बड़ा बदलाव

Mo Gawdat ने कहा कि पहले औद्योगिकीकरण ने मैनुअल लेबर को रिप्लेस कर दिया था. अब AI ऑटोमेशन की वजह से पढ़े-लिखे लोग बेरोजगार हो रहे हैं. काम न होने पर वे मेंटल हेल्थ और आइसोलेशन जैसी समस्याओं से जूझने लगेंगे. लोग धीरे-धीरे अपने प्रोफेशन की समझ भी खो देंगे. 2040 तक दुनिया में नया वर्ल्ड ऑर्डर बन जाएगा, जिसमें क्रिएटिविटी, कम्युनिटी और आध्यात्म पर फोकस होगा. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि सरकारों को लोगों की यूनिवर्सल बेसिक इनकम और एआई बेस्ड डेवलपमेंट को रेगुलेट करना चाहिए.

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